Genre | Chhalaang |
Language | Hindi |
जरा गिरके देख तू भिड़के देख
फिर ख्वाबों में तू मिट के देख
जरा गिर के देख तू भीड़ के देख
फिर ख्वाबों में तू मिट के देख
मैदान भी होगा तेरा तू हक से मांग
लगा मिट्टी माथे, लगा मिट्टी माथे
लगा मिट्टी माथे और ले छलांग
और ले छलांग
और ले छलांग
हे या
और ले छलांग
और ले छलांग
और ले छलांग
हे या
हे या
लिखी है जो हाथों पर
वो बस लकीर है
हिन्दी ट्रैक्स
लिखी है जो हाथों पर
वो बस लकीर है
लिखनी आसमानों पर अपनी तकदीर है
पूछा है उसने तुझसे जाया ना कर ये मौका
छिन ले अपनी किस्मत है किसने तुझको रोका
अपनी कमजोरियों की हर हद तू लाँघ
लगा मिट्टी माथे
लगा मिट्टी माथे
लगा मिट्टी माथे और ले छलांग
और ले छलांग, और ले छलांग
हे या
और ले छलांग
और ले छलांग
और ले छलांग
हे या
माथे पे जो ये बल है
भई का गढ़ा दलदल है
दलदल पे भागना है
हर तीर दागना है
चीर दे अँधेरा दे सीधे बाण
लगा मिट्टी माथे
लगा मिट्टी माथे
लगा मिट्टी माथे और ले छलांग
और ले छलांग, और ले छलांग
हे या
और ले छलांग
और ले छलांग
और ले छलांग
हे या