Genre | Hindi Lyrics |
Language | Hindi |
वो लम्हा जिसे जिया ही न था
है वो ठहरा हुआ तेरी मेरी राहों में
आजा इसको धड़काले बाहों में
जो ना हुआ पहले कभी अब हो जाने दे
निगाहों में ये जो इशारे हैं
हाँ अफ़साने इनमें तुम्हारे हैं
मेरी बातें तेरे लफ़्ज़ों में हैं गुमसूदा
मेरी सांसें चले तेरा रास्ता
हुयी जो मुलाक़ातें सोचे मेरी आँखें
हुयी जो मुलाक़ातें सोचे मेरी आँखें
है तू आज ख़्वाबों में या सामने
वो लम्हा जिसे जिया ही न था
है वो ठहरा हुआ तेरी मेरी राहों में
आजा इसको धड़काले बाहों में
जो ना हुआ पहले कभी अब हो जाने दे
हाँ.. हम्मम..