Singer | Kishore Kumar, Lata Mangeshkar |
Language | Bollywood |
{ Lata Mangeshkar }
रिम-झिम गिरे सावन, सुलग सुलग जाए मन
भीगे आज इस मौसम में, लगी कैसी ये अगन
रिम-झिम गिरे सावन …..
पहले भी यूँ तो बरसे थे बादल, पहले भी यूँ तो भीगा था आंचल
अब के बरस क्यूँ सजन, सुलग सुलग जाए मन
भीगे आज इस मौसम में, लगी कैसी ये अगन
रिम-झिम गिरे सावन …..
इस बार सावन दहका हुआ है, इस बार मौसम बहका हुआ है
जाने पीके चली क्या पवन, सुलग सुलग जाए मन
भीगे आज इस मौसम में, लगी कैसी ये अगन
रिम-झिम गिरे सावन …..
{Kishore Kumar}
रिम-झिम गिरे सावन, सुलग सुलग जाए मन
भीगे आज इस मौसम में, लगी कैसी ये अगन
रिम-झिम गिरे सावन …..
जब घुंघरुओं सी बजती हैं बूंदे, अरमाँ हमारे पलके न मूंदे
कैसे देखे सपने नयन, सुलग सुलग जाए मन
भीगे आज इस मौसम में, लगी कैसी ये अगन
रिम-झिम गिरे सावन …..
महफ़िल में कैसे कह दें किसी से, दिल बंध रहा है किस अजनबी से
हाय करे अब क्या जतन, सुलग सुलग जाए मन
भीगे आज इस मौसम में, लगी कैसी ये अगन
रिम-झिम गिरे सावन …..
(Lata Mangeshkar)
Rim-Jhim Gire Saavan, Sulag Sulag Jaye Man
Bhiige Aaj is Mausam Me, Lagi Kaisii Ye Agan
Rim-Jhim Gire Saavan…..
Pahale Bhii Yu to Barase The Baadal, Pahale Bhii Yu To Bhiigaa thaa Aanchal
Ab Ke Baras Kyu Sajan, Sulag Sulag Jaye Man
Bhiige Aaj is Mausam Me, Lagi Kaisii Ye Agan
Rim-Jhim Gire Saavan…..
Is Bar Saavan Dahakaa Huaa Hai, Is Baar Mausam Bahakaa Huaa Hai
Jaane Piike Chalii Kyaa Pavan, Sulag Sulag Jaye Man
Bhiige Aaj is Mausam Me, Lagi Kaisii Ye Agan
Rim-Jhim Gire Saavan…..
(Kishore Kumar)
Rim-Jhim Gire Saavan, Sulag Sulag Jaye Man
Bhiige Aaj is Mausam Me, Lagi Kaisii Ye Agan
Rim-Jhim Gire Saavan…..
Jab Ghungharuo Sii Bajatii Hai Bunde, Aramaan Hamaare Palake Na Muunde
Kaise Dekhe Sapane Nayan, Sulag Sulag Jaye Man
Bhiige Aaj is Mausam Me, Lagi Kaisii Ye Agan
Rim-Jhim Gire Saavan…..
Mehfil Me Kaise Kah De Kisii Se, Dil Bandh Rahaa Hai Kis Ajanabii Se
Haay Kare Ab Kyaa Jatan, Sulag Sulag Jaye Man
Bhiige Aaj is Mausam Me, Lagi Kaisii Ye Agan
Rim-Jhim Gire Saavan…..
Lyricist:
Yogesh