Genre | Hindi Lyrics |
Language | Hindi |
ख़ुदग़र्ज़ियाँ जो कुदरत से हमने की हैं
सज़ा इमारतें हम क़ैदी हैं
आज़ादी की कीमत पता चली है
सोचो क्या क़िस्मत क़ैद जानवर की है
नया भारत मेरा भारत
मन माहौल से साफ़ होगा
अपनाएँगे रतन देश के
दमदार और भी व्यापार होगा
सलाम है किसानों को
सफ़ेद वर्दी वालों को
पहुँचाए जो घर पे उजालों को
चौखट पे खड़े रखवालों को
नया भारत मेरा भारत
सबसे ऊँचा तेरा मान होगा
नेता मेरा बेगरज़ है
तय देश मेरा आबाद होगा