Genre | Hindi Lyrics |
Language | Hindi |
छुप छुप के रोते हैं रातों में जाके
आँसू जो बहते तुमसे छुपाते
कोई और है
क्या मैं नहीं हूँ तेरा
कोई और है
क्यूँ अब नहीं तू मेरा
कोई और है
क्या मैं नहीं हूँ तेरा
कोई और है
क्यूँ अब नहीं तू मेरा
क्यूँ रूह मेरा इनाम है
जिस्म दुसरे के नाम है
तुझपे लगाया मैंने ये इल्ज़ाम है
ये हमारा तुम्हारा जो है राबता
ये क्यूँ ना मुकम्मल तुझे ही पता
छुप छुप के रोते हैं रातों में जाके
आँसू जो बहते तुमसे छुपाते
कोई और है
क्या मैं नहीं हूँ तेरा
कोई और है
क्यूँ अब नहीं तू मेरा
कोई और है
क्या मैं नहीं हूँ तेरा
कोई और है
क्यूँ अब नहीं तू मेरा