Genre | Hindi Lyrics |
Language | Hindi |
खुद से दिल दार सा गया है
अन्दर कुछ मर सा गया है
दिल से दिल घबरा रहा है
खुद से बिखर सा गया है
खुद से दिल दार सा गया है
अन्दर कुछ मर सा गया है
दिल से दिल घबरा रहा है
खुद से बिखर सा गया है
खुद से…
खोयी सी चांदनी भी
हो गयी है बदगुमा
अब तो ये ज़िन्दगी भी
लगती है इक बद्दुआ
ज़हरीले ज़ख्मों की
ये जो ख़राशें हैं
कोई तो आके देख ले
ख़ुद से तराशें हैं
ख़ुद से…
खुद से दिल दार सा गया है
अन्दर कुछ मर सा गया है
दिल से दिल घबरा रहा है
खुद से बिखर सा गया है