Genre | Gulabo Sitabo |
Language | Hindi |
रे जूतम फेंक जूतम फेंक
जूतम फेंक हुई ज़िंदगी
ना जाने क्या मन में आई
उपर वाले ने
बनवाई हर एक चूहे की
बिल्ली एक
अरे हाए.. जूतम फेंक
जीवन धक्का धक्की है
एकदम मुक्का मुक्की है
तू गेहूँ की बोरी है
तो ये आटे की चक्की है
जीवन धक्का धक्की है
एकदम मुक्का मुक्की है
तू गेहूँ की बोरी है
तो ये आटे की चक्की है
हर एक चूहे की बिल्ली एक
हर एक डंडे की गिल्ली एक
हर एक गोभी की इल्ली एक
हर एक ताबूत की किल्ली एक
टंटे ऊपर टंटे थे
हम ऑमलेट हैं अंडे थे
अरे जो भी आया बजा गया वो
हम मंदिर के घंटे थे
जूतम फेंक जूतम फेंक
जूतम फेंक हुई ज़िंदगी
ना जाने क्या मन में आई
उपर वेल ने
बनवाई हर एक चूहे की
बिल्ली एक
अरे हाए जूतम फेंक