Genre | Shikara |
Language | Hindi |
तेरे होने से
तेरे होने से
तेरे होने से घर भरा सा लगे
घर भरा सा लगे
तेरी ख़ुशबू है घर की रग रग में
तेरी परछायी में है सौ नगमें
इश्क़ ने दिए हैं जो ख़ुश होके
तेरे बोसे तो है मेरे तग़ में
अच्छी आदत मेरी सिर्फ़ तुम हो
मानो इज़्ज़त मेरी सिर्फ़ तुम हो
बिन तेरे वक़्त भी बुरा सा लगे
बुरा सा लगे
कुछ ना होने का दुःख ज़रा सा लगे
ज़रा सा लगे
तेरे पहलू में रखना है सर को
तेरी नज़रों से देखेंगे घर को
मैंने गहनों सा पहना है देखो
तेरी चाहत तेरे आदर को
ऐश-ओ-इशरत मेरी सिर्फ़ तुम हो
सारी दौलत मेरी सिर्फ़ तुम हो
बिन तेरे घर भी मक़बरा सा लगे
मक़बरा सा लगे
कुछ ना होने का दुःख ज़रा सा लगे
ज़रा सा लगे
तेरे होने से
तेरे होने से
तेरे होने से घर भरा सा लगे..