Genre | Hindi Lyrics |
Language | Hindi |
ओ मन भर गया है जो हमसे
सारे रिश्ते तोड़ देंगे
जिस दिन आदत बनेगे
उसी दिन ही छोड़ देंगे
ओ मन भर गया है जो हमसे
सारे रिश्ते तोड़ देंगे
जिस दिन आदत बनेगे
उसी दिन ही छोड़ देंगे
हो हँसने न देंगे तुम्हें
रोने ना देंगे
पल पल बाद याद आयेंगे
सोने ना देंगे
ना यकीन किसी पे भी
तुम कभी कर पाओगे
कुछ इस तरह से तुमको
दिल ही दिल में तोड़ देंगे
ओ मन भर गया है जो हमसे
सारे रिश्ते तोड़ देंगे
जिस दिन आदत बनेगे
उसी दिन ही छोड़ देंगे
दिल लगाने के लिए चले जाना
गैरों की तुम बाहों में
याद मेरी ही आएगी देखोगे जब तुम
उनकी निगाहों में
ओ ना छुपा पाओगे तुम आँसू इतने देंगे
दर्द बनके हम तुम्हारे ज़ेहन में उतरेंगे
मौत से मिलाके तुमको जिंदा ही छोड़ देंगे
हष्र पे लाके किस्से को हसीं मोड़ देंगे
ओ मन भर गया है जो हमसे
सारे रिश्ते तोड़ देंगे
जिस दिन आदत बनेगे
उसी दिन ही छोड़ देंगे
ओ मन भर गया है जो हमसे
सारे रिश्ते तोड़ देंगे
जिस दिन आदत बनेगे
उसी दिन ही छोड़ देंगे
मरते हुए को बिखरते हुए को
तड़पता हुआ छोड़ के
अरे तुम क्या जानोगे
कितना मज़ा आता है
दिल तोड़ के
आने ना देंगे
आखों में अपनी हम नमी
अरे बनने ना देंगे तुमको
हम अपनी कमी
ना कोई सवाल करना
ना कोई जवाब देंगे
गिनते गिनते थक जाओगे
ज़ख़्म बेहिसाब देंगे
छोड़ देंगे
दर्द-ए-दिल को