Genre | Yaara |
Language | Hindi |
बुनते हुए तारों के आशियाँ
हम बुनते गए
दिल का क्या था पता
दिल को संभाले भी हम
चलते गए
क्या है दिल ओ क्यूँ है दिल
रूई में लपेटे रखा था ये दिल
क्या है दिल ओ क्यूँ है दिल
रूई में लपेटे रखा था ये दिल
बिखर गया
बिखर गया क्यूँ
बिखर गया
बिखर गया क्यूँ
बटोरता रहा
उन टुकड़ों को जिनमें तू
तू था छुपा
फुसलाता रहा बहलाता रहा
उन लम्हों को जिसमें
तेरी थी सदा
गूम गए वो काफिले
तूने तो कहा था रहेंगे सदा
गूम गया ओ तू कहाँ
तूने तो कहा था
हम रहेंगे ऐसे सदा
बिखर गया..
बिखर गया क्यूँ
बिखर गया..
बिखर गया क्यूँ..
हो..