Genre | Hindi Lyrics |
Language | Hindi |
हम गये ख्वाब लेकर
लौटे हैं आखें भिगोए
तेरी याद में जब भी खोए
बहुत रोये बहुत रोये
रातों को ना कभी सोए
बहुत रोये बहुत रोये
तेरी याद में जब भी खोए
बहुत रोये बहुत रोये
रातों को ना कभी सोए
बहुत रोये बहुत रोये
अपनी राहों में छूट गये
हम खुद ही खुद से रूठ गये
अपनी राहों में छूट गये
हम खुद ही खुद से रूठ गये
हम पहले फिसले रेत से
फिर शीशे की तरह टूट गये
तूफान से हम ना हारे
साहिल पे आकर डूब गये
तेरी याद में जब भी खोए
बहुत रोये बहुत रोये
रातों को ना कभी सोए
बहुत रोये बहुत रोये
“ज़ख़्म बहोत गहरे हैं
जो दिल पे दिखाऊं कैसे
लोग वजह पूछते हैं इन आसुओं की
आखों में छुपाऊं कैसे”