Genre | Ghazal |
Language | Hindi |
दैर-ओ-हरम में चैन जो मिलता
दैर-ओ-हरम में चैन जो मिलता
क्यूं जाते मैखाने लोग
क्यूं जाते मैखाने लोग
हैं कितने दीवाने लोग
आए हैं समझाने लोग
जान के सब कुछ कुछ भी ना जाने
जान के सब कुछ कुछ भी ना जाने
हैं कितने अनजाने लोग
हैं कितने अनजाने लोग
आए हैं समझाने लोग
वक़्त पे काम नहीं आते हैं
वक़्त पे काम नहीं आते हैं
ये जाने पहचाने लोग
ये जाने पहचाने लोग
आए हैं समझाने लोग
अब जब मुझको होश नहीं है
अब जब मुझको होश नहीं है
आए हैं समझाने लोग
आए हैं समझाने लोग
हैं कितने दीवाने लोग
हैं कितने दीवाने लोग
आए हैं समझाने लोग